अशोक संचेती, दिल्ली
११-१२जनवरी २०२५ को शिरडी में आयोजित संचेती परिवार के पहले अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन में देश भर से तथा विदेश से आए प्रतिनिधियों के मध्य अनूठा विचार विमर्श और सांस्कृतिक सहकार दृष्टिगत हुआ। सम्मेलन अनेक उपलब्धियों भरा रहा। सम्मेलन की मुख्य झलकियां इस प्रकार रहीं —
*प्रथम दिवसीय सुर्खियां*
*उद्धाटन सत्र* में महाराष्ट्र विधानसभा के छठी बार के *विधायक श्री चैनसुखजी संचेती* ने विशिष्ट सम्मान प्राप्ति के पश्चात अपने मुख्य उद्बोधन में उपस्थित संचेती समुदाय को *भावी कर्त्तव्य के संदर्भ में प्रेरक मार्गदर्शन* प्रदान किया।
मध्यान्ह के *इतिहास सत्र* में *श्री अशोक संचेती* (मोमासर – दिल्ली) ने *संचेती गौत्र के इतिहास* पर अपना खोजपूर्ण विवेचन प्रस्तुत किया। उन्होंने बताया कि ऐसे उल्लेख भी प्राप्त हुए हैं, जिनमें *संचेती गौत्र को ओसवाल वंश का प्रथम गौत्र* बताया गया है।
*जीवन गौरव सम्मान सत्र* में जीवन भर के उल्लेखनीय कार्यों से राष्ट्र, धर्म और समाज को गौरवान्वित करने वाले संचेती गौत्र के 11 सदस्यों को सम्मेलन ने उनकी उपलब्धियों को रेखांकित करते हुए *जीवन गौरव सम्मान* से सम्मानित किया।
रात्रिकालीन *भक्ति संध्या सत्र* में सभी प्रतिभागियों ने अपनी *कुलदेवी माँ संचियाय* की स्मृति संजोते हुए सुमधुर गायक श्री संजय संचेती की टोली द्वारा प्रस्तुत भक्ति संगीत का आनंद लिया।
*द्वितीय दिवसीय सुर्खियां*
*युवा प्रोत्साहन सत्र* के आयोजन द्वारा दूसरे दिन के प्रथम सत्र में अपनी युवा प्रतिभाओं द्वारा प्राप्त सफलताओं के लिए उनका सम्मान कर प्रोत्साहित किया गया।
आज के दूसरे सत्र को *सांस्कृतिक सत्र* के रूप में मनाया गया। संचेती परिवार के सदस्यों एवं अन्य कलाकारों ने देशभक्ति में डूबी सांस्कृतिक प्रतुतियों से सबका मन मोह लिया।
अंत में जोधपुर में एक संचेती *धर्मशाला के निर्माण* के उपक्रम पर चर्चा हुई। सम्मेलन के स्वागताध्यक्ष एडवोकेट गौतम संचेती ने इस हेतु जोधपुर में प्राप्त हो रहे भूखंड के अनुदान के बारे में जानकारी साझा की। इस विषय पर प्रारम्भिक विचारविमर्श के पश्चात सम्मेलन के *आयोजकों का मंचीय सम्मान* किया गया।
*विशेष झलकियां*
* सम्मेलन की शुरुआत विधायक श्री चैनसुख संचेती एवं विशिष्ट अतिथियों द्वारा दीप प्रज्ज्वलन से हुई।*
*आयोजन समिति के अध्यक्ष पूर्व सांसद श्री अजय संचेती नागपुर अपनी माँ की अस्वास्थता के कारण सम्मेलन में उपस्थित नहीं हो सके। उनका वीडियो संदेश प्रदर्शित किया गया।*
* प्रारम्भ में वडालीभोई की संचेती महिला मण्डल द्वारा नवकार गायन प्रस्तुत किया गया।*
* आयोजकों द्वारा कुलदेवी सच्चियाय माता को माल्यार्पण किया गया।*
* सम्मेलन में कई संभागियों को विशेष सम्मान प्रदान किए गए।*
* पुणे से आई पिता-पुत्र की जोड़ी श्रीयुक्त महेश-ओम संचेती ने प्रारम्भ में एवं विभिन्न अवसरों पर अपने श्रेष्ठ गायन से सभी संभागियों को मंत्रमुग्ध किया।*
* श्रीमती रिना गौतम संचेती (जापानीज – फ्रेंच प्रोफेसर) ने प्रारम्भ में गणेश वंदना प्रस्तुति एवं समापन के सांस्कृतिक कार्यक्रम के अपने रोमांचक नृत्य प्रदर्शनों से सभी को बांधे रखा।*
* आवास और कार्यक्रम स्थल की व्यवस्था अति उत्तम रही।*
* भोजन, नाश्ते आदि में परोसे गए व्यंजनों का चयन श्रेष्ठ था। सभी संभागीगण संतुष्ट नजर आए।*
*सम्मेलन के दौरान आयोजन समिति के एडवोकेट गौतम संचेती के नेतृत्व में श्री प्रफुल्ल संचेती (कार्याध्यक्ष), कार्याध्यक्ष श्रीअभयजी संचेती पुणे, श्री बालुभाऊ संचेती वैजापूर, श्री पूनमचंद संचेती (सचिव), उपाध्यक्ष श्री महेश संचेती पुणे, उपाध्यक्ष श्री अनिल संचेती, उपाध्यक्ष श्री संतोष संचेती, सहसचिव श्री संजय एन. संचेती, कोषाध्यक्ष श्री संतोष संचेती, सहकोषाध्यक्ष श्री महावीर संचेती, सहकोषाध्यक्ष श्री रमेश संचेती, श्री चेतन संचेती अहिल्यानगर, जनसम्पर्क प्रमुख श्री पीयूष संचेती, जनसम्पर्क प्रमुख श्री योगेश संचेती इत्यादि की सक्रियता देखते ही बनती थी।*
*पत्रकार श्री गौतम संचेती नाशिक ने सम्मेलन के प्रमुख सत्रों का संयोजन किया। उन्हें श्रीमती सारक्ता एवं सुश्री भारती संचेती (वडालीभोई) का इस कार्य में अपेक्षित सहयोग मिला।*
अशोक संचेती दिल्ली
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